ताम ताम ते तत ते तानी
मैं तो हूँ शैतान की नानी
पूंछ उठाकर छम छम नाचे
छोटी नटखट चुहिया रानी
नीचे ऊपर ऊपर नीचे
चादर ताने परदे खींचे
लगा के ऐनक ऐसे बैठे
जैसे कोई चिट्ठी बांचे
दूर से बिल्ली देख रही थी
पलकें झप झप झपक रही थी
कैसे पकडूँ कैसे झपटूँ
बैठी बैठी सोच रही थी
दोहराऊँगी वही कहानी
भूल जायेगी सब शैतानी
मैं तो ठहरी शेर की मौसी
याद आएगी तुझ को नानी
समझ न मुझको सीढ़ी सादी
देखी न होगी मुझ सी आंधी
बुजुर्गों ने भी मानी हार
किसने मेरे घंटी बाँधी
ताम ताम ते तत ते तानी
बेशक तू शैतान की नानी
लेकिन मैं तुझसे भी सयानी
मेरा नहीं है कोई सानी
मैं तो हूँ शैतान की नानी
पूंछ उठाकर छम छम नाचे
छोटी नटखट चुहिया रानी
नीचे ऊपर ऊपर नीचे
चादर ताने परदे खींचे
लगा के ऐनक ऐसे बैठे
जैसे कोई चिट्ठी बांचे
दूर से बिल्ली देख रही थी
पलकें झप झप झपक रही थी
कैसे पकडूँ कैसे झपटूँ
बैठी बैठी सोच रही थी
दोहराऊँगी वही कहानी
भूल जायेगी सब शैतानी
मैं तो ठहरी शेर की मौसी
याद आएगी तुझ को नानी
समझ न मुझको सीढ़ी सादी
देखी न होगी मुझ सी आंधी
बुजुर्गों ने भी मानी हार
किसने मेरे घंटी बाँधी
ताम ताम ते तत ते तानी
बेशक तू शैतान की नानी
लेकिन मैं तुझसे भी सयानी
मेरा नहीं है कोई सानी