तितली
आओ बच्चों ....
गुरुवार, 31 मई 2018
एक शहीद की बेटी
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जग जीवन का रेलम-पेला चढ़ काँधे मैं देखूँ मेला मन को जब अरमान सताये पापा तुम बिन कुछ ना भाये तुम होते फुटबॉल खेलती हंसकर सब प...
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रविवार, 19 जून 2016
बन्दर का संदेसा
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क्या मानव को सूझा फिर से , कौतुक कोई न्यारा या संदेसा लिखकर भेजा , उसने कोई प्यारा कैसा यह नोटिस है मम...
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शुक्रवार, 6 मार्च 2015
होली
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नन्नू आओ माही आओ, खेलेंगे हम होली मीठी गुझिया में मम्मी ने, मेवा-मिश्री घोली गली गली हुडदंग मचाते, घूमें नन्हे त...
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शुक्रवार, 30 मई 2014
दीदी जैसा मेडल लाऊं
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भींत पार की सुन्दर दुनिया क्या सचमुच है भूल-भुलैया कोई तो मुझको ले जाए बॉटल टिफिन नये दिलवाए विद्यालय का बस्ता भारी करनी पड़े...
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शनिवार, 15 मार्च 2014
खेलें होली
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मस्त मस्त नाचे अलबेली रंगरेजों की आई टोली मन का कचरा आज जलाकर द्वेष दर्द को चले मिटाकर जूही चंपा और चमेली फूलों ...
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