माँ तुम अब के सावन की रुत
आँगन में इक पेड़ लगा दो
नहीं चाहता खेल खिलौने
बस छोटा सा पेड़ लगा दो
शोर मचाते मोटर बन्दर
अब नहीं जीतते मेरा मन
मशीनगन का नहीं फायदा
टैंकों ने कब जीते दुश्मन
बैठे जिस पर चिड़िया चुनमुन
ऐसा सुन्दर पेड़ लगा दो
हरा रंग सबको हर्षाये
खिले फूल राही ललचाये
खुशबू अपने आँगन फैले
ठंडी छाया सब सुख पायें
कभी न झगड़ा करने वाला
इक प्यारा सा दोस्त बना दो
बहुत सुन्दर बाल गीत ... इतना कुछ मिल जाए तो बच्चे तो सचमुच खिल उठेंगे ..
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर.......
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर......
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जवाब देंहटाएंसुन्दर बाल रचना
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सार्थक संदेश देता सुंदर बाल गीत.
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर कविता ......
जवाब देंहटाएंबैठे जिस पर चिड़िया चुनमुन
जवाब देंहटाएंऐसा सुन्दर पेड़ लगा दो ...
बहुत सुन्दर ....अच्छी सीख
भ्रमर ५
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जवाब देंहटाएंसुंदर रचना..प्रेरणादायी।।।
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर बाल गीत ..!!
जवाब देंहटाएंप्यारा-सा बाल गीत..
जवाब देंहटाएंBahut sunder ...
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर गीत..
जवाब देंहटाएंसुंदर रचना
जवाब देंहटाएंhttp://sowaty.blogspot.in/2013/10/5-choka.html