रविवार, 15 अगस्त 2010

चमत्कारी बापू

अमर हुए इतिहास में बापू

कैसी अलख जगाई थी
क्या चरखे में बात निराली
कैसी सूत बनाई बनाई थी

तुम सत्य अहिंसा के अनुयायी
राम -राज्य के सत्य सिपाही
मग पर गीता के चलकर ही
यह पहचान बनाई थी

वाणी का क्या चमत्कार था
हर बालक ही मन्त्र -मुग्ध था
बढ़ा सैंकड़ो का था रेला
बढ़ा बढ़ाबजब आवाज लगाईं लगाई थी


अमर हुए इतिहास में बापू
कैसी अलख जगाई थी !

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