ताम ताम ते तत ते तानी
मैं तो हूँ शैतान की नानी
पूंछ उठाकर छम छम नाचे
छोटी नटखट चुहिया रानी
नीचे ऊपर ऊपर नीचे
चादर ताने परदे खींचे
लगा के ऐनक ऐसे बैठे
जैसे कोई चिट्ठी बांचे
दूर से बिल्ली देख रही थी
पलकें झप झप झपक रही थी
कैसे पकडूँ कैसे झपटूँ
बैठी बैठी सोच रही थी
दोहराऊँगी वही कहानी
भूल जायेगी सब शैतानी
मैं तो ठहरी शेर की मौसी
याद आएगी तुझ को नानी
समझ न मुझको सीढ़ी सादी
देखी न होगी मुझ सी आंधी
बुजुर्गों ने भी मानी हार
किसने मेरे घंटी बाँधी
ताम ताम ते तत ते तानी
बेशक तू शैतान की नानी
लेकिन मैं तुझसे भी सयानी
मेरा नहीं है कोई सानी
मैं तो हूँ शैतान की नानी
पूंछ उठाकर छम छम नाचे
छोटी नटखट चुहिया रानी
नीचे ऊपर ऊपर नीचे
चादर ताने परदे खींचे
लगा के ऐनक ऐसे बैठे
जैसे कोई चिट्ठी बांचे
दूर से बिल्ली देख रही थी
पलकें झप झप झपक रही थी
कैसे पकडूँ कैसे झपटूँ
बैठी बैठी सोच रही थी
दोहराऊँगी वही कहानी
भूल जायेगी सब शैतानी
मैं तो ठहरी शेर की मौसी
याद आएगी तुझ को नानी
समझ न मुझको सीढ़ी सादी
देखी न होगी मुझ सी आंधी
बुजुर्गों ने भी मानी हार
किसने मेरे घंटी बाँधी
ताम ताम ते तत ते तानी
बेशक तू शैतान की नानी
लेकिन मैं तुझसे भी सयानी
मेरा नहीं है कोई सानी
खूबसूरत रचना चूहे व बिल्ली की
जवाब देंहटाएंमजेदार कविता
जवाब देंहटाएंमैं तो ठहरी शेर की मौसी
जवाब देंहटाएंयाद आएगी तुझको नानी ...
मनोरंजन के साथ-साथ
कहीं न कहीं सीख भी मिल जाती है
कई नन्ही कविताओं में .
pyaari pyaari rachna bachchon ke mann ko hai bhaani , aur hamen bhi
जवाब देंहटाएंबहुत ही प्यारी कविता।
जवाब देंहटाएं----
कल 02/12/2011को आपकी यह पोस्ट नयी पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .
धन्यवाद!
रोचक प्रस्तुति ...
जवाब देंहटाएंप्यारी...बहुत प्यारी..ये चूहे बिल्ली की कहानी
जवाब देंहटाएंप्यारी कविता पढकर मजा आ गया...
जवाब देंहटाएंसादर..
बहुत ही सुंदर अभिव्यक्ति । मेर नए पोस्ट पर आकर मेरा मनोबल बढ़एं । धन्यवाद ।
जवाब देंहटाएंplease see my blog
जवाब देंहटाएंhttp://eyethe3rd.blogspot.com
अरे ! इतना सुन्दर ब्लाग मैंने पहली बार देखा . आपकी रचनाएँ बाल मन के अनुरूप हैं. मेरी हार्दिक बधाई स्वीकार कीजिए.
जवाब देंहटाएंलारी लप्पा गायेंगे
वाह .. इतनी मोहक बाल कविता ... मज़ा आ गया ...
जवाब देंहटाएं.
जवाब देंहटाएंसुंदर बाल कविता है … बधाई !
आपकी रचनाएं बाल मनोविज्ञान को समझते हुए सृजित की गई प्रतीत होती हैं …
आभार, बधाई और मंगलकामनाओं सहित…
- राजेन्द्र स्वर्णकार
ekdam badhiya hai ji tom and jerry my fav toons
जवाब देंहटाएंबेहतरीन!!
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर प्रस्तुति|
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर बाल गीत....
जवाब देंहटाएंबड़ी पुरानी किंतु सुहानी
जवाब देंहटाएंचूहे-बिल्ली की ये कहानी.
सुंदर इसमें लगा तराना
ताम ताम ते तत तत ताना....
आपका पोस्ट अच्छा लगा । मेरे नए पोस्ट "खुशवंत सिंह" पर आपकी प्रतिक्रियायों की आतुरता से प्रतीक्षा रहेगी । धन्यवाद ।
जवाब देंहटाएंपहली बार आपके ब्लॉग से परिचय हुआ. बाल साहित्य को जिस गंभीरता से आपने छुआ है, आश्वस्ति हुई कि बच्चों के लिए अच्छी कविताएँ लिखी जाती रहेंगी.
जवाब देंहटाएंताम ताम ते तत ते तानी
जवाब देंहटाएंआपकी सुन्दर कविता ने तो मेरा दिल ही चुरा लिया है.
सुन्दर प्रस्तुति के लिए बहुत बहुत आभार.
मेरे ब्लॉग पर आईयेगा,वंदना जी.
Ye baal geet bada achha likha hai aapne!
जवाब देंहटाएंलाजवाब रचना !
जवाब देंहटाएंआपकी रचनाओं में अद्भुत प्रतिभा की झलक दिखती है ।
लाजवाब रचना !
जवाब देंहटाएंरचनाओं मे आपकी बहुआयामी chhamata प्रदर्शित हो रही है।