गुरुवार, 2 सितंबर 2010

एक कहानी

अलबेली सी एक अजानी
नानी क्यों न कहो कहानी

रंग-बिरंगी परियों वाली
नन्ही राजकुमारी प्यारी
या बौनों की दुनिया न्यारी
नानी कह दो एक कहानी

आता होगा चंदा रथ पर
भरे पोटली खुशियाँ लेकर
ले आऊँ थाली में पानी
नानी कह दो एक कहानी

छुपी हुई फूलों में परियां
बिखराएँ हंसी की लड़ियाँ
बगिया में करती मनमानी
कह दो नानी एक कहानी

सपने सजे ,मस्ती भरपूर
और भारी बस्तों से दूर
छू मंतर हो जहाँ उदासी
कह दो नानी एक कहानी

महल सुनहरा सुन्दर प्यारा
देश कहीं दुनिया से न्यारा
खेले तारे आँख मिचौली
कह दो नानी एक कहानी