चंचल चपल अरी कठपुतली
ठुमक ठुमक नाचे बन बिजली
डोर हिलाकर कौन चलाये
हाथ इशारे मौन नचाये
चाल सहेली किसने बदली
इत उत नाचे जैसे तितली
मधुर मधुर तू गान सुनाए
संदेसा अनुपम दे जाए
देख कमरिया तेरी पतली
याद हमें आ जाए मछली
http://www.youtube.com/watch?feature=player_embedded&v=Vrsj4ZAU2PY#!
bol ri kathputli chham chham karti - khelegi sang
जवाब देंहटाएंकठपुतली के माध्यम से बहुत कुछ कहने की कोशिश अच्छी लगी
जवाब देंहटाएंतितली जैसी रंग ब्रंगी रचना। बधाई।
जवाब देंहटाएंबहुत खूब!
जवाब देंहटाएं---
कल 31/10/2011को आपकी यह पोस्ट नयी पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .
धन्यवाद!
सुन्दर रंग विरंगी रचना...
जवाब देंहटाएंअपने पर या अपने जज्बात पे लिखना आसान है परंतु इस तरह निर्जीव की सजीव अभिव्यक्ति अदभुत,उत्कृष्ट प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर। ..बधाई।
जवाब देंहटाएंवाह वाह
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर...
सादर...
बड़े दिनों के बाद कठपुतली के बारे में पढ़ा अच्छा लगा
जवाब देंहटाएंबच्चो के लिए लिखना आसान काम नही,फिर भी आपने कर दिखाया,मेरा आपके ब्लॉग में आना सार्थक रहा सुंदर प्रस्तुति...बधाई
जवाब देंहटाएंचंचल चपल मेरी कठपुतली
जवाब देंहटाएंठुमक ठुमक नाचे बन बिजली
बचपन याद आ गया. सुंदर
अफसोस के अब कठपुतली के खेल का मज़ा और ज़माना दोनों ही चलगाया है मगर आपने बहुत ही सुंदर ढंग से प्रस्तुत किया कठपुतली के खेल को आभार
जवाब देंहटाएंbehad khubsoorat lines
जवाब देंहटाएंकितना सुन्दर लिखतें हैं आप,
जवाब देंहटाएंविवेक जैन vivj2000.blogspot.com
बहुत सुंदर रंग बिरंगी प्रस्तुति...
जवाब देंहटाएंमेरा मुख्य ब्लॉग काव्यांजली देखे,नई रचना 'माँ की यादे,
जवाब देंहटाएंबहुत प्यारी कविता ....
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर बाल रचना!
जवाब देंहटाएंवाह ....बहुत खूब ।
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर भावाभिव्यक्ति, बधाई.
जवाब देंहटाएंकृपया पधारें मेरे ब्लॉग पर भी और अपनी राय दें.
वाह...बहुत ही बढि़या
जवाब देंहटाएंकल 09/11/2011 को आपकी यह पोस्ट नयी पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है।
धन्यवाद!
बहुत सुन्दर कठपुतली और और उतनी ही सुन्दर कविता..
जवाब देंहटाएंमुझे भी बचपन में कठपुतली देखने का बहुत शौक था लेकिन अब तो दुर्लभ सा होता जा रहा है यह खेल...
बचपन की यादों के ताजगी के लिए धन्यवाद
शब्द चयन और प्रवाह देखते ही बनाता है.मुखाग्र होनेवाली बढ़िया कविता.
जवाब देंहटाएंकल 14/11/2011को आपका ब्लॉग नयी पुरानी हलचल पर लिंक किया जा रहा हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .
जवाब देंहटाएंधन्यवाद!
बहुत सुन्दर.
जवाब देंहटाएंbahut sundar kavita....
जवाब देंहटाएंwww.safarhainsuhana.blogspot.in