शनिवार, 15 मार्च 2014

खेलें होली



मस्त मस्त नाचे अलबेली
रंगरेजों की आई टोली

मन का कचरा आज जलाकर
द्वेष दर्द को चले मिटाकर        
जूही चंपा और चमेली
फूलों से भर लेंगे झोली

आया फागुन प्रेम जगाएं
नफरत को हम दूर भगाएं
थाली में रख मीठी बोली
आ री ! आली खेलें होली 



चित्र गूगल से साभार 

6 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति, होली की हार्दिक शुभकामनाएँ।

    जवाब देंहटाएं
  2. आपको सपरिवार होली की हार्दिक शुभकामनाएँ !

    जवाब देंहटाएं
  3. आपकी कविता बहुत ही अच्छी लगी। मेरे नए पोस्ट पर आपका इंतजार रहेगा। धन्यवाद।

    जवाब देंहटाएं
  4. चुनावी माहौल में
    काश !
    नफरत को दूर भगा पाते हम.

    सुन्दर प्रस्तुति

    जवाब देंहटाएं