शुक्रवार, 23 जुलाई 2010

ऊँट और पहाड़

आया ऊँट पहाड़ के नीचे
घूम के देखा आगे-पीछे
देखी पर्वत की ऊँचाई
ऊँट रह गया बस दम खींचे

उफ़ ! तौबा यह बहुत बड़ा है
कैसे सीधा अकड़ खड़ा है
कोई इसको झुका न पाए
इसी वजह से तना पड़ा है

तभी दिखा पौधा नन्हा सा
गिरि-शिखर पर इतराता था
ऊंचा होकर पर्वत से वो
मस्त झूमता लहराता था

फिर तो उसने जुगत भिड़ाई
चढ़ पहाड़ फोटो खिंचवाई
हिम्मत से क़द बढ़ जाता है
बात पते की उसने पाई

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